सौरमंडल
सूर्य के चारों ओर घूमने वाले खगोलीय पिंडों को ग्रह कहते हैं तथा ग्रह के चारों ओर परिक्रमा करने वाले छोटे आकाशीय पिंड को उपग्रह कहते हैं ग्रहों की गति का नियम केपलर ने प्रतिपादित किया था।
सौरमंडल सूर्य और उसकी परिक्रमा करते ग्रह, क्षुद्रग्रह और धूमकेतुओं से बना है। इसके केन्द्र में सूर्य है और सबसे बाहरी सीमा पर वरुण (ग्रह) है। वरुण के परे यम (प्लुटो) जैसे बौने ग्रहो के अतिरिक्त धूमकेतु भी आते है।सौरमंडल में 8 ग्रह हैं- बुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरुण और वरुण सौरमंडल में 9वां ग्रह प्लूटो था, लेकिन वैज्ञानिकों ने प्लूटो को ग्रह की श्रेणी से हटा दिया क्योंकि यह बहुत छोटा था
सौर मंडल के सभी ग्रह अण्डाकार कक्षा में सूर्य की परिक्रमा करते हैं। जो सूर्य के जितने करीब हैं, वे उतनी ही तेजी से यात्रा करते हैं।
सूर्य
- सूर्य एक तारा है इसका परिक्रमण काल 25 करोड वर्ष है जिसे ब्रह्मांड वर्ष कहते हैं।
- सूर्य अपने अक्ष पर पूर्व से पश्चिम की ओर घूमता है
- सूर्य गैस के गोले है जिसमें 71 प्रतिशत हाइड्रोजन 26.5 प्रतिशत हिलियम तथा 2.5% अन्य भारी तत्व जैसे लिथियम और यूरेनियम है सूर्य की ऊर्जा का स्रोत वहां पर होने वाले नाभिकीय संलयन है जिसमें हाइड्रोजन का हीलियम में रूपांतरण होता है
- सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक पहुंचने में 8 मिनट 16 सेकंड लगते हैं।
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